मंगलवार, सितंबर 28, 2010

बिहार विधानसभा चुनाव


बिहार विधानसभा   चुनाव    

बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए छह चरणों में चुनाव होंगे। इनकी शुरूआत 21 अक्टूबर से होगी।
     



विधानसभा :  कुल 243  विधायकों मे 110 दागी 


 विधायकों पर आपराधिक आरोप
-बिहार विधानसभा में करीब 110 सदस्य ऐसे हैं, जिनके खिलाफ हत्या, अपहरण आैर जबरन धन वसूली जैसे गंभीर अपराधों के सिलसिले में आपराधिक मामले लंबित हैं।
-देश के करीब 1,000 गैर सरकारी संगठनों के समूह 'एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स एंड नेशनल इलेक्शन वाच" (एडीआरएनईडब्ल्यू) के नवीनतम सर्वे के अनुसार, राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा मेंे कुल 109 विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं।
-इनमें से 64 सदस्यों के खिलाफ गंभीर आपराधिक आरोप।
-यह विश्लेषण 2005 में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए 919 उम्मीदवारों द्वारा दाखिल हलफनामों के आधार पर किया गया।
358 उम्मीदवारों ने हलफनामों में बताया था कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं`
-213 ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले लंबित होने की सूचना दी थी।
- एडीआरएनईडब्ल्यू ने 233 विधायकों के हलफनामों का विश्लेषण करने के बाद पाया कि इनमें से 109 विधायक जब चुनाव जीते, तब उनके खिलाफ आपराधिक मामले लंबित थे।
-इसमें  सर्वाधिक 39 विधायक (जदयू), 32  (भाजपा) आैर 19  (राजद) के थे। लोजपा के छह विधायक आैर कांग्रेस के तीन विधायक जब निर्वाचित हुए तब उनके खिलाफ आपराधिक मामले लंबित थे।
- सर्वाधिक 32 मामले निर्दलीय उम्मीदवार प्रदीप कुमार के खिलाफ लंबित थे, जो वारसालीगंज से चुनाव जीते थे।
-सोनबरसा से चुनाव जीतने वाले किशोर कुमार के खिलाफ 25 मामले लंबित थे।
-'केसरिया से राजद के राजेश कुमार रौशन, बनियापुर से जदयू के मनोरंजन सिंह जैसे विधायकों पर हत्या, अपहरण आैर लूटपाट मामलों के सिलसिले में भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत 15 से अधिक मामले दर्ज थे।
-एडीआरएनईडब्ल्यू ने मांग की है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को दूर रखा जाए आैर राजनीतिक दल ऐसे उम्मीदवारों को टिकट न दें। 


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